PPF: निवेश से पहले जान लें खास बातें, लखपति से करोड़पति बनने का सफर हो जाएगा आसान
PPF: कोरोना के बाद लोगों को यह बात तो समझ गई है कि पर्याप्त इमर्जेंसी फंड रखना जरूरी है. लेकिन इसके साथ यह भी जानना जरूरी है कि जहां निवेश कर रहे हैं उसके फायदे क्या हैं.
PPF: फ्यूचर के लिए सुरक्षित निवेश के तौर पर पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (Public Provident Fund) निवेशकों की सबसे पसंदीदा स्कीम में से एक है. यहां सुरक्षित और गारंटीड रिटर्न के लिहाज से भी यह स्कीम काफी फेमस है. कोरोना के बाद लोगों को यह बात तो समझ गई है कि पर्याप्त इमर्जेंसी फंड रखना जरूरी है. लेकिन इसके साथ यह भी जानना जरूरी है कि जहां निवेश कर रहे हैं उसके फायदे क्या हैं. जैसे अगर PPF में निवेश कर रहे हैं तो इससे जुड़ी अहम बातें जान लेनी चाहिए.
PPF लॉक-इन पीरियड
PPF एक लॉन्ग टर्म इनवेस्टमेंट होता है. इसमें 15 साल की लॉक-इन पीरियड (PPF lock in period) होती है. आसान भाषा में समझें तो PPF खाते में जमा की गई राशि को मैच्योरिटी पर ही निकाला जा सकता है, जो कि 15 वर्ष है. ये अवधि पूरी होने पर इसे 5 साल के लिए और बढ़ाया भी जा सकता है. हालांकि, समय से पहले विड्रॉल (PPF withdrawal) की अनुमति है लेकिन केवल इमरजेंसी में आप ऐसा कर सकते हैं.
PPF पर ब्याज दर
PPF बैलेंस पर ब्याज का कैलकुलेशन हर महीने किया जाता है. इस पर मिलने वाला ब्याज रकम (PPF Interest rates) हर वित्त वर्ष के अंत में PPF अकाउंट में जमा की जाती है. ब्याज दरों को लेकर सरकार हर तिमाही घोषणा करती है. हर महीने ब्याज रकम की कैल्कुलेशन हर महीने की 5 तारीख के बाद और महीने के आखिरी दिन तक के सबसे कम PPF बैलेंस पर की जाती है. इसीलिए PPF निवेशकों को हर महीने की 5 तारीख से पहले अपने PPF खाते में कॉन्ट्रीब्यूशन करने की सलाह दी जाती है.
निवेश की रकम
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निवेशक को PPF Account में कम से कम 500 रुपए सालाना का निवेश करने की आवश्यकता होती है. जबकि PPF खाते में एक फाइनेंशियल वर्ष में ज्यादा से ज्यादा 1.5 लाख रुपए तक का निवेश किया जा सकता है
टैक्सेशन
पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF Taxation) में टैक्स को लेकर कई तरह के फायदे मिलते हैं.क्योंकि यह छूट-छूट-छूट (EEE) कैटेगरी के अंतर्गत आता है. इसका मतलब यह हुआ कि मूल राशि, मैच्योरिटी राशि और साथ ही अर्जित ब्याज पर टैक्स नहीं लगेगा.
PPF के बदले लोन
एक PPF अकाउंट होल्डर्स (loan against PPF) अपने PPF बैलेंस के बदले लोन भी ले सकता है. लेकिन इसके लिए शर्त भी है. इसके तहत खाता खोलने की तारीख से केवल तीसरे साल की शुरुआत और छठे साल के अंत के बीच ही यह लोन लिया जा सकता है. साथ ही अधिकतम लोन रकम PPF बैलेंस के 25% तक सीमित है.
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09:31 PM IST